वो कहती थी बाबा..........

वो कहती थी बाबा , मैं न बोझ बनूँगी कंधे से कन्धा , मिलाकर चलूंगी जमाने की चिंता , तू न कर बाबा मैं ज़माने से आगे , निकल कर रहूंगी मुझे भी हक़ है , जीने का बाबा माँ की ममता में , पलने का बाबा तेरे साथ मीलों , चलने का बाबा मुझे न मारो , मेरे आने के पहले मैं तुम्हारे सर , का ताज बनूँगी जैसे तू पालेगा , बेसे पलूंगी . वो कहती थी बाबा , मैं न बोझ बनूँगी कंधे से कन्धा , मिलाकर चलूंगी तू मेरी फ़िक्र , न कर ओ बाबा मैं खुद की हिफाजत , खुद ही करुँगी न चिंता कर , दहेज़ की बाबा मैं ऐसी शादी , कभी न करुँगी तू सब्र कर , और मेरा हाथ पकढ़ बाबा मैं तेरा सहारा बनूँगी मुझे जन्म लेने दे बाबा मैं तेरे आँगन में हर दम खिलूंगी वो कहती थी बाबा , मैं न बोझ बनूँगी कंधे से कन्धा , मिलाकर चलूंगी मैं तेरा ही अंश हूँ बाबा , तेरे जैसी ही बनूँगी तुझे भी नाज हो मु...